दिल्ली कोचिंग घटना के बाद जागा उत्तराखंड में प्राधिकरण विभाग, कई कोचिंग सेंटरों पर छपेमारी एक दर्जन सेंटरों को दिये नोटिस,,,,

प्रदेश खबर हरपल ब्यूरो :

हल्द्वानी: आज दिनांक 29.07.2024 को श्री ए०पी० बाजपेयी, संयुक्त सचिव, जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण, क्षेत्रीय कार्यालय, हल्द्वानी के मौखिक निर्देशों के क्रम में श्री राजेन्द्र कुमार, अपर सहायक अभियन्ता, जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण, क्षेत्रीय कार्यालय, हल्द्वानी के द्वारा शहर में विभिन्न कॉम्पलेक्सों के बेसमेंन्ट में संचालित कोचिंग सेन्टरों का स्थलीय निरीक्षण किया गया।

जिसमें से साई कॉम्पलेक्स स्थित कालाढूंगी रोड मुखानी हल्द्वानी में बेसमेन्ट में संचालित कोचिंग सेन्टर क्रमशः शिक्षा कोचिंग सेन्टर, प्रबन्धक / स्वामी- श्री महेन्द्र सिंह बिष्ट पुत्र श्री बलवन्त सिंह बिष्ट, कैटलिस्ट कोचिंग सेन्टर, प्रबन्धक / स्वामी- श्री तनुज काण्डपाल पुत्र श्री सतीश चन्द्र काण्डपाल, जे०एम०डी० मैथमैटिक्स कलासेज, ए०डी० स्कील डेवलपमेन्ट सेन्टर, प्रबन्धक / स्वामी श्री बिलआवेज पुत्र श्री इरशाद मियां एवं कपिल कॉम्पलेक्स के बेसमेन्ट में संचालित कोचिंग सेन्टर क्रमशः कालराज क्लासेज, प्रबन्धक / स्वामी- श्री विशाल कालरा पुत्र श्री रमेश कालरा, बिष्ट क्लासेज कोचिंग सेन्टर, प्रबन्धक / स्वामी- श्री डी०सी०एस० बिष्ट पुत्र श्री हरीश चन्द्र सिंह बिष्ट, कालराज एवं विक्टर कोचिंग सेन्टर, प्रबन्धक / स्वामी- श्री डी०सी०एस० बिष्ट पुत्र श्री हरीश चन्द्र सिंह बिष्ट, कालराज, जी० वन कोचिंग सेन्टर तथा दुर्गा सिटी सेन्टर, नैनीताल रोड हल्द्वानी के बेसमेन्ट में संचालित कोचिंग सेन्टर क्रमशः कम्पयूटर कोचिंग सेन्टर, श्री दिनेश गोस्वामी पुत्र श्री लक्ष्मण नाथ गोस्वामी, स्टडी शॉर्ट हैन्ड क्लासेज, प्रबन्धक एवं स्वामी- श्री दिनेश चन्द्र भट्ट पुत्र स्व० जे०एन० भट्ट

उक्त कोचिंग सेन्टरों के प्रबन्धक / स्वामियों के द्वारा स्थल निरीक्षण के दौरान निर्मित भवन के सम्बन्ध में कोई भी मानचित्र एवं अन्य अभिलेख मौके पर प्रस्तुत नही किये गये। साथ ही मौके पर पार्किंग के सम्बन्ध में कोई व्यवस्था भी नही की गयी है। काचिंग सेन्टरों के प्रबन्धक / स्वामियों के द्वारा जिस भवन में कोचिंग सेन्टर संचालित किये जा रहे उनके अभिलेख प्रस्तुत न किये जाने के कारण सम्बन्धितों को नोटिस निर्गत किये जा रहे है।

हल्द्वानी में भले ही देरी से सही लेकिन विभाग के अधिकारियों द्वारा उठाए गए इस कदम से हल्द्वानी में भूमिगत सेंटर में पढ़ने वले स्टूडेंट को इस समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। परंतु यदि बात प्रदेश के अन्य शहरो की करें तो अधिकांश हर शहरों के कमर्शियल बिल्डिंगों में पार्किंग के लिए बनाई गई भूमिगत जगहो को विभाग की मिलीभगत या लापरवाही के चलते उनका कमर्शियल इस्तेमाल किया जा रहा है। जहां कभी भी कोई भी घटना कई मासूम लोगों को अपना शिकार बन सकती है।

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