15 अप्रैल से शुरू होंगे आदि कैलाश और ओम पर्वत के हवाई दर्शन, 5 दिन के विंटर टूरिज्म में सरकार दे रही सब्सिडी, इतना आएगा खर्च

प्रदेश खबर हरपल ब्यूरो :

देहरादून: पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट आदि कैलाश और ओम पर्वत दर्शन यात्रा को पंख लगने वाले हैं. उत्तराखंड पर्यटन विभाग की नई पहल के तहत पिथौरागढ़ में स्थित आदि कैलाश और ओम पर्वत के शीतकालीन दर्शन को लेकर 15 अप्रैल से यात्रा शुरू होने जा रही है. इसके लिए किस तरह से रजिस्ट्रेशन करना है और इस यात्रा में कितना खर्च आएगा, आपको बताते हैं.

15 अप्रैल से शुरू हो रही है आदि कैलाश यात्रा, 22 दिन की बुकिंग फुल: 15 अप्रैल से आदि कैलाश और ओम पर्वत दर्शन यात्रा शुरू होने जा रही है, जो कि पूरी तरह से हेलीकॉप्टर के माध्यम से की जाएगी. दलअसल यहां पर इस वक्त बाय रोड यात्रा करना संभव नहीं है. इसलिए हेलीकॉप्टर के माध्यम से इस पूरी यात्रा का रोड मैप में तैयार किया गया है. आगामी 15 अप्रैल को 12 लोगों के पहले दल को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर उतारा जा रहा है, जो इस टूरिज्म मॉडल के पहले साक्षी बनेंगे. 15 अप्रैल से 8 में तक यह यात्रा सीजन जारी रहेगा. इस दौरान हर दिन 12 से 18 लोग आदि कैलाश और ओम पर्वत की यात्रा कर सकते हैं.

पहले दिन पिथौरागढ़ में मेडिकल कैंप से शुरू होने वाली यह यात्रा, अगले 3 दिन तक आपको आदि कैलाश, शिव पार्वती मंदिर और ओम पर्वत के दर्शन करा कर पांचवें दिन वापस लौटेगी. इस दौरान यात्रियों का स्टे पूरी तरह से सीमांत गांव में मौजूद होमस्टे में होगा. यात्रियों को हर तरह की सुविधा ग्रामीणों द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी. इससे लोकल स्तर पर स्थानीय लोगों को आर्थिकी और रोजगार में मदद मिलेगी. यह यात्रा 8 में तक जारी रहेगी जिसमें से अब तक 100 से ज्यादा लोगों की प्री बुकिंग हो चुकी है जो कि आगामी 20 से 22 दिन तक की बुकिंग है.

आदि कैलाश और ओम पर्वत यात्रा के 5 दिन का शेड्यूल:

Day 1 – पिथौरागढ़ में मेडिकल कैंप में स्टे
Day 2 – दूसरे दिन चौपर से पिथौरागढ़ के सीमांत इलाके में मौजूद गुंजी, नाभि या नपल्चों में से किसी गांव में मौजूद होमस्टे में रात्रि विश्राम करवाया जायेगा
Day 3 – अगले दिन यानी तीसरे दिन गुंजी से चौपर से जोलिंगकोंग में लैंडिंग होगी और वहां से आदि कैलाश के दर्शन करने बाद ATV से डेढ़ किलोमीटर चलने के बाद शिव पार्वती मंदिर के दर्शन और वहां से भी आदि कैलाश के दिव्य दर्शन के बाद वापस चौपर लैंडिग साइट पर आकर गूंजी में रात्रि विश्राम के लिए उड़ान भरी जायेगी
Day 4 – चौथे दिन फिर गुंजी से चौपर से उड़ान भर के नाभिढांग में लैंड करके वहां से ॐ पर्वत के दर्शन करने के बाद कुछ देर रुक कर वहां से वापस गूंजी में रात्रि विश्राम
Day 5 – इसके बाद आखिरी यानी पांचवें दिन गुंजी से पिथौरागढ़ आने के बाद यात्रा के पांच दिन का पैकेज का समापन होगा

सरकार से 30 हजार की सब्सिडी के बाद आयेगा 90 हजार का खर्च: उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में होने वाली चारधाम यात्रा के बाद उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल की यह पहली ऐसी यात्रा है जो कि विंटर टूरिज्म के क्षेत्र में एक नया आयाम स्थापित कर सकती है. इस यात्रा के लिए अधिकृत एजेंसी के अधिकारी विकास मिश्रा का कहना है कि इस तरह की यात्रा के लिए लोग विदेश में स्विट्जरलैंड इत्यादि का रुख करते हैं. उसी की तर्ज पर देश की आर्थिकी को मजबूत करने के लिए ये पहल शुरू की गई है. उन्होंने बताया कि इस तरह के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए काफी ज्यादा खर्च आता है और बड़े पैकेज के रूप में खर्च होता है. लेकिन उत्तराखंड सरकार द्वारा इस डेस्टिनेशन को बढ़ावा देने और इस तरह की विंटर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए यात्रियों को 30,000 तक की सब्सिडी दी जा रही है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share